03 जून की अपरा (अचला) एकादशी और एकादशी पारण समय 04 जून को 05:32 AM से 10:01 AM तक, ज्येष्ठ मास का विशेष महत्व.

श्री अपरा (अचला) एकादशी व्रत कथा 03 जून 2024 अर्जुन ने कहा- “हे प्रभु! ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी का क्या नाम है? इस एकादशी का माहात्म्य क्या है हमें उस दिन क्या करना चाइये? इसमें किस देवता की पूजा की जाती है तथा इस व्रत को करने की विधि क्या है? कृपा … Read more

सत्यम, शिवम और सुंदरम का रहस्य क्या हैं आये जानते हे पूर्णतः सत्य क्या हैं.

सत्यम, शिवम, सुंदरम के रहस्यों को जानें और इस रोचक

सत्यम, शिवम और सुंदरम का रहस्य क्या हैं सत्यम, शिवम और सुंदरम के बारे में सभी ने सुना और पढ़ा होगा लेकिन अधिकतर लोग इसका अर्थ या इसका भावार्थ नहीं जानते होंगे। वे सत्य का अर्थ ईश्वर, शिवम का अर्थ भगवान शिव से और सुंदरम का अर्थ कला आदि सुंदरता से लगाते होंगे, लेकिन अब हम … Read more

महाभारत युद्ध में केवल युयुत्सु जीवित बचा था और 24,165 कौरव सैनिक लापता हो गए थे। लव और कुश की 50वीं पीढ़ी में शल्य थे, जिन्होंने कौरवों की ओर से युद्ध लड़ा था

महाभारत युद्ध

श्रीकृष्ण के उपदेश के बाद युद्ध की शुरुआत हुई.jpg महाभारत युद्ध के समय श्रीकृष्ण के बारे में शोध. शोध के अनुसार, महाभारत युद्ध के समय श्रीकृष्ण की आयु 83 वर्ष थी। महाभारत युद्ध के 36 साल बाद, उन्होंने 119 वर्ष की आयु में देह त्याग दी। श्रीकृष्ण द्वापर युग के अंत और कलियुग की शुरुआत के समय … Read more

9 Health Benefits of Lychee: A Summer Super fruit for Your Heart, Bones, Weight, and More

top 9 health benefits of lychee

Heading Health Benefits of Lychee: Stay Cool and Nourished Lychee, a juicy summer fruit, helps you stay cool and provides essential nutrients like magnesium, phosphorus, iron, manganese, and copper. These nutrients support strong bones and overall health. Native to China, lychee is both delicious and nutritious. Here’s why you should enjoy lychee this summer: – Hydrating … Read more

हनुमान का अद्भुत पराक्रम ‘असम्भव को संभव करने के नाम बजरंग बलि.

हनुमान

वीर हनुमान का पराक्रम असम्भव को सम्भव करना ‘बजरंग बली’ की कथा में भगवान हनुमान की अजेय वीरता और अटूट समर्पण हनुमान जी ,मारुति बोले, “क्यों, आते समय राक्षसराज रावण ने तुम लोगों को कुछ संकेत नहीं दिया था जो मेरे समक्ष निर्भय खड़े हो?” निशाचरों को समझते देर न लगी कि ये महाबली हनुमान हैं। … Read more

भगवद्गीता में, श्रीकृष्ण ने कई बार अहंकार (अहंता) के बारे में बताया हैं.

भगवद्गीता में, श्रीकृष्ण ने कई बार अहंकार

भगवद्गीता में, श्रीकृष्ण ने कई बार अहंकार (अहंता) भगवान कृष्ण अहंकार और आत्म-पहचान भगवद्गीता में, श्रीकृष्ण ने कई बार अहंकार (अहंता) और आत्मविश्वास (स्व-आत्मा पर विश्वास) के बीच के अंतर को स्पष्ट किया है। आत्मविश्वास हमारे व्यक्तिगत और आध्यात्मिक विकास के लिए आवश्यक है, जबकि अहंकार हमारे विनाश का कारण बन सकता है। भगवद्गीता में, श्रीकृष्ण … Read more

माता सीता जन्मोत्सव (सीता / जानकी नवमी } विशेष व्रत करने का विशेष महत्त्व है।

माता सीता जन्मोत्सव (सीता नवमी) पर विशेष जानकारी. सीता नवमी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन सीता का प्राकट्य हुआ था। इस पर्व को “जानकी नवमी” भी कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन पुष्य नक्षत्र में जब महाराजा … Read more

भारत की प्राचीन युद्ध संरचनाओं को उजागर करना महाभारत युद्ध की प्रमुख व्युह रचनाए.

महाभारत युद्ध की प्रमुख व्युह रचनाए

महाभारत युद्ध की प्रमुख व्युह रचनाए. “महाभारत” केवल एक प्राचीन महाकाव्य नहीं है; यह ज्ञान का खजाना है जो आज भी प्रासंगिक है। इसके पन्नों में जीवन के विभिन्न पहलुओं की अंतर्दृष्टि निहित है, जिसमें महाकाव्य में वर्णित 18-दिवसीय युद्ध के दौरान अपनाई गई रणनीतियाँ और संरचनाएँ भी शामिल हैं। युद्ध के मैदान की कल्पना करें, … Read more

अक्षय तृतीया (आखातीज) कल 10 मई 2024, शुक्रवार भगवान विष्णु व लक्ष्मी माता के विशेष पूजा

अक्षय तृतीया भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित विशेष पूजा

अक्षय तृतीया (आखातीज) कल 10 मई 2024, शुक्रवार हमारे यहां अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया का दिन अपने आप में अबूझ स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। इस दिन शुभ कार्यों को करने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन को आमतौर पर आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। … Read more

वैशाख कृष्ण पक्ष की वरुथिनी एकादशी: सौभाग्य और आशीर्वाद का अद्भुत पर्व

कृष्ण पक्ष की वरूथिनी एकादशी

वरूथिनी एकादशी: जानिए इस पावन दिन के बारे में सबकुछ वरुथिनी एकादशी:वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को वरूथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी आशीर्वाद और सौभाग्य प्रदान करने वाली मानी जाती है। इस व्रत को करना सुख-समृद्धि का प्रतीक है। व्रत की महत्त्वपूर्ण विधि: इस दिन भक्तिभाव से भगवान मधुसूदन … Read more